22 अन मूँ अबाणू भी मूँ जाणूँ हूँ के, ज्यो कई थाँ परमेसरऊँ मांगो, परमेसर थाँने वो दी देई।”
पछे ईसू वाँका नके आन क्यो, “हरग अन धरती को हारोई अदिकार मने दिदो तको हे।
ईसू वाँने क्यो, “थाँकाणी अस्यान काँ केरिया हो, ‘थाँ कर सको हो तो करो।’ विस्वास करबावाळा मनक के वाते हारोई वे सके हे।”
ईसू वींने क्यो, “थारो भई पाछो जीवतो वे जाई।”
काँके थाँ वींने हाराई मनकाँ का ऊपरे अदिकार दिदो के, ज्याँने थाँ वींने दिदा हे वणा हाराई ने वो अनंत जीवन देवे।
परमेसर आपणाँ बेटाऊँ लाड़ राके हे, अन वणा हारी चिजाँ वींका हात में हूँपी हे।
माँ जाणा हाँ के, परमेसर पाप करबावाला की ने हुणे, पण यद्याँ कुई परमेसर को भगत वे अन वाँकी मरजी में चालतो वे, तो वो वाँकी हुणे हे।