5 पण गारा कणी पराया का पाच्छे ने जावे हे, पण वीं तो वाँकाऊँ दरपे, काँके वीं पराया की बोलीने ने ओळके हे।”
पाछो ईसू वाँने क्यो, “ज्यो भी थाँ हुणो, वींने ध्यान लगान हुणलो, जीं नापऊँ थाँ दूजाँ ने नापो, वीं नापऊँ थाँ खुद भी नाप्या जावो अन वीं नापऊँ थाँने हेलो दिदो जाई।
ईं वाते ध्यानऊँ हुणो के, थाँ कस्यान हुणरिया हो? जणी का नके हे, वींने ओरू भी दिदो जाई। अन जिंका नके ने हे, वींकाऊँ वो भी ले लिदो जाई, जिंने वीं आपणाँ खुद को हमजे हे।”
मारे ओर भी गारा हे, ज्यो ईं बाड़ा में ने हे। मने वाँने भी लाणा घणा जरूरी हे। वीं मारी बोली ओळकी, तद्याँ एकीस रेवड़ वेई अन एकीस गवाळ्यो वेई।
जद्याँ वो आपणाँ गारा ने बारणे काड़ नाके, तो वीं गारा वींका पाछे-पाछे चाले हे, काँके वीं गारा वींकी बोली ओलके हे।
अस्यान को टेम आरियो हे जद्याँ मनक हव हिक ने, ने हूणी, पण ईंकी अलावा वीं आपणाँ वाते अस्यान का हिकाबावाळा होद लेई, जीं वाँने वीं बाताँइस हिकाई जस्यी हूणणी वाँने हव लागे हे।
मसी का दसमण आपणाँ मेंऊँस बण्या हा, पण हाँची में वीं आपणाँ हाते कोयने हे, काँके यद्याँ वीं आपणाँ हाते वेता, तो आपाँने छोड़ता कोयने। पण वणा आपाँने छोड़ दिदा जणीऊँ वीं आपाँने ओ बता सके के, वीं हाँची में आपणाँ मेंऊँ कोयने।
कई थाँने अस्यान लाग के, मूँ ओ कागद ईं वाते लिकूँ हूँ के, थाँ हाँच ने, ने जाणो? पण थाँ तो हाँच ने जाणो हो अन यो भी जाणो हो के, हाँच में जूट ने वेवे हे।
मूँ थाँरा काम ने, थाँरी मेनत ने अन थारी सबर ने जाणूँ हूँ अन मूँ ओ भी जाणूँ हूँ के, थाँ बुरा मनकाँ ने देकणा ने छावो अन थूँ वणा मनकाँ ने जणा खुद ने खासतोर थरप्या तका चेला बोले हे पण वीं हाँची में कोयने, थें वींने परक्या अन वीं जूटा निकळ्या।