41 नरई लोग-बागाँ वाँके नके आता अन केता हा, “यहुन्ने कई परच्यो ने बताया, पण ज्यो कई यहुन्नो ईं मनक का बारा में केतो हो, वो हारोई हाँचो हो।”
वणी आपणाँ नोकराऊँ क्यो, “ओ वोईस बतिस्मा देबावालो यहुन्नो हे! ज्यो मरिया तका मेंऊँ पाछो जी उट्यो हे, ईं वाते वींमूँ अचम्बा का काम परगट वेवे हे।”
अन वाँने हमाळन क्यो, “हंगळा जणा थाँने होदरिया हे।”
पसे जद्याँ हजारो मनक भेळा वेग्या हा अन अटा तईं के, मनक एक-दूँजा के ऊपरे पड़रिया हा, तद्याँ ईसू आपणाँ चेलाऊँ क्यो के, “फरीसियाँ का कपट रूपी हाज्याऊँ बंचन रेवो।
एक दाण ईसू गन्नेसरत का समन्द का कनारे ऊबा तका हा अन लोगाँ की भीड़ परमेसर का बचन हुणाबा का वाते वाँके च्यारूँमेर ऊबी तकी ही।
अन ज्यो मारा केड़े आबावाळो हे। मूँ वींकी पगरख्याँ का कसणा खोलबा के जोगो भी ने हूँ।”
ईसू गलील का काना नगर में आपणो ओ पेलो परच्यो देन आपणी मेमा परगट किदी अन वाँका चेला वाँके ऊपरे विस्वास किदो।