40 पछे ईसू यरदन नंदी का पेले पाल्ड़े वीं जगाँ में परोग्यो, जटे यहुन्नो पेल्या बतिस्मो देतो हो अन ईसू वटेईस रियो।
ईं हारी बाताँ यरदन नंदी के पेली पार बेतनियाँ में वीं, जटे यहुन्नो बतिस्मा देतो हो।
ईंका केड़े ईसू वणा यहूदी मनकाँ में खुला में ने फर सक्यो, पण वटाऊँ ईप्राईम नगर का नके हुन्ना काकड़ का भड़े की ढाणी में परोग्यो अन आपणाँ चेला की लारे वटे रेवा लागो।
ईंका केड़े ईसू चेलाऊँ क्यो, “आवो, आपाँ पाच्छा यहुदया परदेस परा चाला।”
अन वणा चेले यहुन्ना का नके आन वणीऊँ क्यो, “हो गरुजी, ज्यो मनक यरदन नंदी का पेली पार थाँका लारे हो अन जिंकी थाँ गवई दिदी ही, अबे वो मनकाँ ने बतिस्मो देरियो हे, अन हाराई मनक वींका नके जारिया हे।”
ईंका केड़े पछे ईसू गलील में जातरा किदी। वो यहूदियाँ परदेस में जाणो ने छावतो हो, काँके यहूदी अदिकारी वींने मारबा की कोसीस कररिया हा।