46 नतनएल वणीऊँ क्यो, “कई हव चीज भी नासरतऊँ निकळ सके हे?” फिलिपुस वणीऊँ क्यो, “चालन खुदई देक ले।”
फिलिपुस, अन बरतुलमे, थोमो, चुंगी लेबावाळो मत्ती, हलफई को छोरो याकूब, अन तद्दे
अन नासरत नाम का नगर में घर बणान रेवा लागग्यो, अस्यान वो बचन पूरो व्यो, ज्यो नरई परमेसर का आड़ीऊँ बोलबावाळा क्यो हो, “वो नासरी नामऊँ जाण्यो जई।”
ईसू हेंचेत करता रेवे हे के, “थाँ खुदई जाणो लो के, हाँच कई हे?
फिलिपुस, अन्दरियास अन पतरस का नगर बेतसेदा का रेवासी हो।
फिलिपुस नतनएलऊँ मल्यो अन वणीऊँ क्यो के, “जिंको बखाण परमेसर का आड़ीऊँ बोलबावाळा किदो अन मूसे आपणाँ नेमा में क्यो हो, वो माँने मलग्यो हे। वो युसुप को छोरो नासरत को रेबावाळो ईसू हे।”
वणा लोगाँ गलील का बेतसेदा का रेबावाळा फिलीप्पुस का नके आन वणीऊँ अरज किदी, “हुकम, माँ ईसुऊँ मलणा छारिया हाँ।”
फिलिपुस वाँकाऊँ क्यो, “हो परबू, बापू का माने दरसण करई दे, यो माकाँ वाते घणो हे।”
“आवो, एक मनक ने देको, जणी हारोई बता दिदो, ज्यो कई में किदो। कई ओईस मसी तो ने हे?”
जद्याँ ईसू अटने वटने देक्यो के, एक मोटी भीड़ वाँका नके अईरी हे, तो वणा फिल्लीपुसऊँ पूँछ्यो, “ईं हारई लोगाँ के खाबा का वाते रोट्याँ कटाऊँ मोल ला सका हा?”
फिलिपुस वींने जवाब दिदो, “दो सो चाँदी का सिक्का की रोट्याँ लान थोड़ी थोड़ी हाराई ने देवाँ, तद्याँ भी वीं कम पड़ जाई।”
वणा वींने जवाब दिदो, “कई थूँ भी गलील को हे? सास्तर में देक अन होद के, गलीलऊँ कुई भी परमेसर का आड़ीऊँ बोलबावाळो परगट ने वेबावाळो हे।”
बाताँ ने परको अन ज्यो हव हे वाँने गरण करो।