पण आपणाँ वाते तो एकीस परमेसर हे आपणाँ बापू। वणाईस हारी चिजाँ बणई हे अन वाँका वातेईस आपीं जीवा हाँ। परबू खाली एकीस हे, ईसू मसी। वाँकाऊँईस हारी चिजाँ वीं हे अन आपणो जीवन भी वाँकाऊँईस हे।
विस्वास करबा की वजेऊँ आपाँ ओ जाण सका हा के, परमेसर की आग्याऊँईस ईं बरमाण्ड की रचना वीं हे। ईं वाते, ईं हाराई दिकबावाळी चिजाँ, दिकबावाळी चिजाँऊँ ने बणी हे।