25 अणा वींकाऊँ ओ सवाल किदो के, “यद्याँ थूँ मसी ने हे, अन ने एलियो, अन ने परमेसर का आड़ीऊँ बोलबावाळो हे, तो पछे मनकाँ ने बतिस्मा कई लेबा ने देवे हे?”
लोग-बागाँ क्यो, “ओ गलील का नासरत नगर को परमेसर का आड़ीऊँ बोलबावाळो ईसू हे।”
ईसू मन्दर में ऊबा वेन उपदेस हुणारिया हा, तो मुक्य याजक अन यहूदी नेता वाँका नके आन पूँछ्यो, “थूँ ओ किंका हकऊँ करे हे? अन थने ओ हक कूणी दिदो हे?”
वाँकाणी आपणाँ पापाँ ने मान्याँ अन यरदन नंदी में यहुन्ने आपणाँ हाताऊँ वाँने बतिस्मो दिदो।
ईं मनक फरीसियाँ का आड़ीऊँ खन्दाया तका हा।
“माँकाणी ईं नामऊँ ने हिकाबा को आदेस दिदो हो, तुई थाँ हारई यरूसलेम में हिका दिदो हे। कई थाँ ईं मनक की मोत को अपराद मारा पे नाकबो छावो हो।”