हो विस्वासी भायाँ जद्याँ थाँ भेळा वेवो तो थाँने कई करणो छावे? थाँ तो जद्याँ भी भेळा वेवो हो तद्याँ थाँ भजन अन बचन, परमेसर का दरसण का बारा मेंईस बखाण करो हो। कुई अलग अलग बोली बोले हे अन कुई वीं बोली को मतलब बतावे हे। अन ईं हारी बाताँऊँ मण्डली आत्मिक रूप में गाटी वेणी छावे।
ईसू अणी धरती का जीवन में ज्यो वींने बंचा सकतो हो, वणीऊँ जोरऊँ हाको करतो तको अन रोते तके अरज अन परातना किदी ही अन नमरता अन भगती का मस वींकी हुण लिदी गी ही।
वीं मनक गादी का हामें, च्यारई जीवता जीव का हामे अन पुरवजाँ का हामे नुवो गीत गारिया हा। अन ईं गीत ने वीं एक लाक चमालिस हजार मनक ज्याँने धरती का बन्धनऊँ छुड़ाया ग्या हा, वाँने छोड़न कुई भी ओ गीत ने हिक सकतो हो।