7 ईं वाते खुद ने परमेसर का बंस में कर दो। सेतान को विरोद करो, तो वो थाँका हामेऊँ भाग जाई।
मारो जूँड़ो आपणाँ खादा पे जोत लो अन माराऊँ हिको, काँके मूँ हुदो हूँ अन मारो मन दयाऊँ भरियो तको हे अन थाँने भी आपणाँ मन में आराम मली,
“हो राजा अग्रिपा, में वणी हरग का दरसावो की बात ने, ने टाळी,
पण, अबे थूँ ऊबो वेजा अन नगर में जा, वटे थने बता दिदो जाई के, थने कई करणो हे।
काँके वीं परमेसर की धारमिकताऊँ अणजाण वेन वीं आपणी धारमिकता का थापणा करबा की कोसीस कररिया हे। ईं वाते वणा परमेसर की धारमिकताने ने मानी।
जस्यान सास्तर में लिक्यो तको हे। “परबू क्यो हे, मूँ जीवतो परमेसर हूँ ‘हाराई मारी आगे गोडा टेकी, अन हाराई मानी के, मूँ परमेसर हूँ।’”
सेतान ने मोको मती दो के, वो थाँने पाप में नाक दे।
थाँ मसी को आदर-मान राको हो, ईं वाते एक-दूँजा को केणो मानो।
ईं वाते परमेसर का हारई हत्यार पेरलो के, थाँ बुरा दन में वाँका हामे ऊबा रे सको अन हारई पूरो करन अटल रेवो।
पछे जद्याँ आपणी देह का बापू भी आपाँने तापड़े हे अन आपाँ वाँकी इजत करा हा, तो पछे आपाँने आपणाँ आत्मिक बापू का क्या में भी रेणो छावे, जणीऊँ आपाँ जीवता रेवा।
परबू वाते मनकाँ मेंऊँ बणाया ग्या, हाराई अदिकारियाँ का बंस में रेवो। राजा का बंस में ईं वाते रेवो, काँके वो हाराई पे परदान हे।
ईं वाते परमेसर का जोरवार हाताँ का रेटे नरम बणन रेवो, जणीऊँ वो थाँने सई टेम आबा में ऊसा करे।