10 थाँ परबू का हामे हुदा-हादा बणो, जणीऊँ वो थाँने ऊसा करी।
ज्यो कुई आपणाँ खुद ने मोटो बणाई, वो फोरो किदो जाई। अन ज्यो कुई आपणाँ खुद ने फोरो बणाई, वो मोटो बणायो जाई।
वणी दरबाराँ ने गादीऊँ उतार दिदा। पण, ज्यो उदास हा, वाँने ऊपरे उटाया।
काँके हरेक ज्यो आपणाँ खुद ने ऊसो करी, वींने रेटे किदो जाई अन ज्यो आपणाँ खुद ने रेटे करी वींने ऊसो किदो जाई।”
मूँ थाँकाऊँ हाँची केवूँ हूँ के, परमेसर की नजराँ में वो फरीसी ने पण लगान लेबावाळो धरमी ठेरायो ग्यो अन घरे ग्यो, काँके ज्यो कूण आपणाँ खुद ने मोटो मानी, वो फोरो किदो जाई अन जी आपणाँ खुद ने फोरो मानी, वो मोटो बणायो जाई।”
ईं वाते परमेसर का जोरवार हाताँ का रेटे नरम बणन रेवो, जणीऊँ वो थाँने सई टेम आबा में ऊसा करे।