3 तद्याँ थाँ वीं मनक ने ज्यो होना की वीटी पेरन आयो हो वींने तो हव जगाँ बेवाड़ो अन वीं गरीबऊँ केवो, थूँ अटेईस ऊबो रे कन मारा पगा का नके बेट जा।
तद्याँ दरबार हेरोदेस आपणाँ सपायाँ का हाते मलन बुरा वेवार करन वींकी रोळ किदी अन वींने जामूणिया रंग का गाबा पेरान वींने पिलातुस का नके पाछो खन्दा दिदो।
काँके थाँ आपणाँ परबू ईसू मसी की दया ने तो जाणोइस हो अन थाँ ओ भी जाणो हो के, वीं अमीर वेता तका भी थाँका वाते गरीब बणग्या। जणीऊँ वाँकी गरीबीऊँ थाँ अमीर वे जावो।
थाँ अस्यान मती करज्यो के, यद्याँ थाँकी मण्डली में कुई मनक होना की वीटी अन मेंगा गाबा पेरन आवे अन कुई मनक फाटा गाबा में अन गरीब दसा में आवे,
पण थाँ तो वणी गरीब मनक को अपमान किदो हो। कई धनी मनक वीं ने हे? जीं थाँका पे जोर जुलम करे अन थाँने थाणा में गड़ीन ने ले जावे?
काँके ईं मनक बड़बड़ाबावाळा, दूजाँ मनकाँ पे दोस लगाबावाळा, आपणी मरजी पुरी करबावाळा, मोटी-मोटी बाताँ करबावाळा अन आपणाँ नफो करबा का वाते दूजाँ की चमचागीरी करबावाळा हे।