हूँस्यार रेज्यो, कुई थाँने अकलऊँ अन धोकाऊँ आपणाँ गुलाम ने बणा ले, ज्यो मनकाँ का रिति-रिवाजऊँ अन दनियाँ की बाताँ के जस्यान तो हे, पण ईसू मसी के जस्यान कोयने।
यो ईं वाते खास हे, काँके नरई मनक हव हमच्यार का विरोदी वेन, जूटा उपदेस देन विस्वास्याँ ने भटकावे हे। मूँ खासकरन यहूदी रिति-रिवाजवाळा का बारा में केरियो हूँ।