2 थाँ अस्यान मती करज्यो के, यद्याँ थाँकी मण्डली में कुई मनक होना की वीटी अन मेंगा गाबा पेरन आवे अन कुई मनक फाटा गाबा में अन गरीब दसा में आवे,
पण, वींका बापू आपणाँ दासा ने क्यो, ‘फटाकऊँ हव गाबा लावो अन ईंने पेरावो अन ईंका हात में वीटी अन ईंका पंगा में बुट पेरावो।
तद्याँ दरबार हेरोदेस आपणाँ सपायाँ का हाते मलन बुरा वेवार करन वींकी रोळ किदी अन वींने जामूणिया रंग का गाबा पेरान वींने पिलातुस का नके पाछो खन्दा दिदो।
तद्याँ थाँ वीं मनक ने ज्यो होना की वीटी पेरन आयो हो वींने तो हव जगाँ बेवाड़ो अन वीं गरीबऊँ केवो, थूँ अटेईस ऊबो रे कन मारा पगा का नके बेट जा।