जद्याँ वो परमेसर का हामे सई ठेराबावाळी, सबर अन आगे लोगाँ पे आबावाळा न्याव का बारा में केरियो हो, तो फेलिक्स दरपतो तको जवाब दिदो, “अबाणू तो थूँ जा, मोको मली तो मूँ थने पाछो बलाऊँ।”
ईं वाते मूरताँ का हामे चड़ई तकी चिजाँ ने खाबा का बारा में आपाँ जाणा हा के, मूरताँ को दनियाँ में कई वजूद ने हे अन ओ हे के, एक ने छोड़न कुई परमेसर ने हे।
पण आपणाँ वाते तो एकीस परमेसर हे आपणाँ बापू। वणाईस हारी चिजाँ बणई हे अन वाँका वातेईस आपीं जीवा हाँ। परबू खाली एकीस हे, ईसू मसी। वाँकाऊँईस हारी चिजाँ वीं हे अन आपणो जीवन भी वाँकाऊँईस हे।
सास्तर में लिक्यो हे के, “थाँ थाँका पड़ोसीऊँ थाँका जस्यानीस परेम करज्यो।” ओ हाराई हुकमाऊँ दरबारी हुकम हे। अन जद्याँ थाँ ईंने मानो हो, तो थाँ यो हव करो हो।
पण थाँकी मण्डली में छानेऊँ अस्यान का मनक आग्या हे, ज्याँका बारा में सास्तर में पेल्याँई लिक्यो हे के, वाँने दण्ड मली, काँके वीं परमेसर ने कोयने जाणे हे। अणा मनकाँ परमेसर की दया ने खुद का वाते कुकरम करबा की छुट मान लिदी हे अन आपणाँ परबू जीं आपणाँ मालिक ईसू मसी हे वाँने मानबा का वाते नट जावे हे।
अन वीं सेतान ने ज्यो वाँने भरमातो हो, वीं वादी का कुण्ड में जिंका में वीं डरावणा जनावराने अन वींका जूटी आगेवाणी करवावाळा नाक्या ग्या हा, वींने भी नाक दिदो जाई, जिंमें वीं हमेस्यान दन रात तड़पता रेई।