11 काँके जणी यो क्यो हे के, कुकरम मती करज्यो। वणीइस ओ भी क्यो हे के, हत्या मती करज्यो। ईं वाते यद्याँ थाँ कुकरम तो ने करो, पण हत्या करो हो, तो अस्यान करन थाँ नेमाने तोड़बावाळा बणो हो।
जस्यान के, “थूँ कुकरम मती करज्ये, हत्या मती करज्ये, चोरी मती करज्ये, दूजाँ की चिजाँ को लोब मत करज्ये।” अस्या हाराई नेम अन ज्यो नेम बचग्या हे, वीं हाराई ईं आग्या में आ जावे हे के, “थूँ दूजाऊँ भी थाँरे जस्यानीस परेम राक।”