तद्याँ ईसू वणा नगराँ ने धिकार देबा लागो, जणामें वणी नरई अचम्बावाळा काम किदा हा। काँके वटा का लोगाँ पाप करणो ने छोड़्यो अन ने आपणाँ मन ने वींका आड़ी फेरियो।
पछे जदी वींका ग्यारई चेला रोट्याँ खारिया हा, ईसू वाँका मुण्डागे परगट व्या अन वे वाँने वाँका बना विस्वास, कल्डा मन के वाते फटकारिया, काँके वणा वाँका हमच्यार को विस्वास ने किदो हो, जणा ईसू ने जीवता व्या केड़े देक्या हा।
ईसू वींने जवाब दिदो, “यद्याँ थूँ परमेसर का दान ने जाणती, अन ओ भी जाणती वो कुई हे, ज्यो थाँराऊँ केवे हे, ‘मने पाणी पा’, तो थूँ वणीऊँ मांगती अन वो थने जीवन को जळ देतो।”
पण वाँका वाते ज्यो मोत का गेला पे नास वेबा का वाते जारिया हे वाँका वाते मोत का जस्यान की बाना हाँ ज्यो मोत का आड़ी ले जावे हे। पण वाँ मनकाँ वाते ज्यो बंचाया जाबा का गेला का आड़ी जारिया हे वाँका वाते जीवन का जस्यान की बाना हाँ ज्यो वाँने जीवन का आड़ी बड़ावे हे। पण अणी बाताँ का जोगा कूण हे?
काँके हाराई दान वरदान अन हव ईनाम उपरेऊँईस मले हे अन ईं उजिता का परमेसरइस देवे हे जणी हरग ने बणाया हे, ज्यो कदी बदल कोयने, अन वींमें बदलती दसा का वजेऊँ आबावाळी काळी छाया भी कोयने हे।
पण ज्यो ग्यान हरगऊँ आवे हे वो हाराऊँ पेल्याँई तो पुवितर वेवे अन वींके केड़े सान्तीऊँ भरियो तको, सेण करबावाळो, बात मानबावाळो, दयाऊँ भरियो तको, हव फळवाळो अन बना पकसपात को अन बना कपट को वेवे हे।
ईं वाते थाँ एक दूजाँ का हामे खुद का पाप ने मानलो अन एक दूजाँ का वाते परातना करता रेवो, जणीऊँ थाँ हव वे जावो। धरमी मनक की परातना घणी जोरवार अन असर करबाळी वेवे हे।