25 पण ज्यो आजादी देबावाळी परमेसर की हिक पे ध्यान लगावे अन चाले हे, वो आपणाँ काम में आसीस पाई, काँके ज्यो वो हुणे हे वींने भूले कोयने अन जस्यान वो हुणे हे वस्यानीस वो करे हे।
जद्याँ सबा खतम व्यी, तो नरई यहूदी अन यहूदी धरम ने मान लिदा तका लोग भी पोलुस अन बरनबास का पाच्छे वेग्या। पोलुस अन बरनबास वाँकाऊँ बाताँ करता तका लोगाँ ने मनारिया हा के, वे परमेसर की करपा में बण्या रेवे।
पण परमेसर की मदतऊँ मूँ आज तईं रियो हो अन फोरा-मोटा हंगळा का हामे गवई देरियो हूँ, अन वणा बाताँ के छोड़न दूजी बाताँ ने केऊँ, जो परमेसर का आड़ीऊँ बोलबावाळा अन मूसे की हे जीं पुरी वेबावाळी हे,
तो थूँ परमेसर की दया ने देक अन वींका गाटापणा पे ध्यान दे। ओ गाटापणा वाँका वाते हे ज्यो रेटे पड़ग्या हा, पण वाँकी दया थाँरा वाते हे। यद्याँ थूँ खुद पे वींकी दया बणी तकी रेवा देई। ने तो थने भी काटन फेंक दिदो जाई।
ईं वाते हो विस्वासी भायाँ विस्वास में बना आगा-पाछा व्या गाटा बण्या तका रेवो अन परबू को काम करबा वाते खुद ने त्यार राको, काँके थाँ तो जाणो हो के, परबू वाते किदो ग्यो काम बेकार ने वे जावे।
ओ देकबा का वाते के, थाँ विस्वास का हाते जीरिया हो खुद ने परको। अन खुद की जाँच पड़ताल करो कई थाँ खुद ने जाणो के, ईसू मसी थाँका मयने हे। यद्याँ अस्यान ने वेतो तो थाँ जद्याँ परक्या ग्या हाँ तद्याँ खरा ने ने निकळता।
जद्याँ मूँ अस्यान बोलरियो हो के, तद्याँ हरगऊँ आ अवाज हुणई, “ईंने लिकी ले। ज्यो परबू की सेवा करता करता मरे हे वीं धन्न हे।” आत्मा केवे हे के, “वीं आपणाँ कामाँऊँ आराम पाई, अन वाँका काम वाँके हाते हे।”