सास्तर बतावे हे के, “में थने घणी जात को बापू बणायो हे।” वीं परमेसर की नजरा में अबराम आपणाँ बापू हे, जणी परमेसर पे विस्वास हे। परमेसर मरिया तका ने जीवन देवे हे अन ज्यो ने हे, वींने हामे लावे हे।
काँके यद्याँ मसी में थाँने हिकाबावाळा दस हजार भी वे, तद्याँ भी थाँका बापू नरई ने हे। काँके हव हमच्यार हुणाबाऊँ अन ईसू मसी में मूँ थाँको बापू बण्यो हूँ।
अन पाठव्या की आणन्द की सबा में मतलब जणा विस्वास्याँ का नाम हरग में लिक मेल्या हे अन हाराई को न्याव करबावाळा परमेसर का नके अन सिद बण्या तका धरमिया की आत्मा का नके,
ईं वाते हाराई असुद कामाँऊँ अन च्यारूँमेर की बुरईऊँ छेटी रेज्यो। पण धिज्यो राकबावाळा वेन परमेसर का बचन जीं थाँका मन में हे वाँने मानज्यो, ताँके वीं थाँकी आत्मा ने छुटकारो दे सके।
काँके थाँ नुवो जीवन पायो हे, अन थाँको यो नुवो जीवन मनकाँ का आड़ीऊँ कोयने, जिंको अंत वेवे हे, पण यो जीवन तो परमेसरऊँ आयो हो, जिंको अंत किदी ने वेवे हे। काँके थाँ परमेसर का बचना पे विस्वास किदो हे ज्यो हमेस्यान जीवतो अन अटल रेवे हे।
आपणाँ परबू ईसू मसी का बापू परमेसर की जे हो, काँके परमेसर आपणाँ पे घणी मोटी दया बतई जणीऊँ वणा मसी ने मरिया तका मेंऊँ जीवान आपाँने नुवा जीवन की जीवती आस राकबा वाते वणा आपाँने नुवो जीवन दिदो हे।
ईं मनक कूँवारा हा अन ने ईं कणी लुगई का हाते कदी हूँता। अन जटे वीं उन्यो जातो ईं वींके हाते वे जाता। ईं परमेसर का वीं पेला फळ हे, ज्याँने मोल देन छुड़ाया ग्या हा।