19 ईं वाते जद्याँ मूसे नेमा की हारी आग्या लोगाँ ने हुणई नाकी, तो वणी पाडा-पाडी अन बकरा को लुई पाणी में मलान लाल ऊन अन जुफा की डाळ्याऊँ वीं किताब पे अन हाराई लोगाँ पे छाँट दिदो।
काँके जद्याँ बकरा अन पाडा का लुई अन पाडी की भभूत वाँका पे छाटी जावे, ज्यो रिति-रिवाज का जस्यान असुद ने सुद बणावे हे, ताँके वीं देह का हस्याबूँ सुद वे सके।