ईं वाते थाँ आपणो अन आपणी हाराई गारा को ध्यान राको जिंने पुवितर आत्मा थाँका हात में हुप्याँ हे के, थाँ परमेसर की मण्डली की रुकाळी करो, ज्याँने परमेसर आपणाँ बेटा का लुईऊँ मोल लिदी हे।
अन परमेसर का बेटा ईसू मसी के हरगऊँ पाच्छा आबा की वाट नाळता रेवो, जिंने वणा मरिया तका मेंऊँ पाच्छा जीवतो किदो हो, अन वींइस आपाँने परमेसर की आबावाळी रीसऊँ बंचावे हे।
वो बेटो परमेसर की मेमा को उजितो हे अन जस्यान परमेसर का लकण हे, वस्यानीस वींका भी लकण हे। वो हारी चिजाँ ने आपणाँ जबरा बचनाऊँ हमाळी राके हे। मनकाँ का पापाँ ने माप करन वो हरग में जान मेमामय परमेसर का जीमणे पाल्डे बेटग्यो हे।
ज्याँका वाते दूजाँ मोटा याजकाँ के जस्यान यो जरूरी ने हे के, वीं रोज पेल्याँ आपणाँ पापाँ का वाते अन पछे लोगाँ का पापाँ का वाते बली चड़ावे। वणी तो हमेस्या हमेस्या का वाते मनकाँ का पापाँ का वाते आपणाँ खुद ने बली कर दिदो।
काँके जद्याँ बकरा अन पाडा का लुई अन पाडी की भभूत वाँका पे छाटी जावे, ज्यो रिति-रिवाज का जस्यान असुद ने सुद बणावे हे, ताँके वीं देह का हस्याबूँ सुद वे सके।
आ बात हाँची हे तो मसी को लुई कतरो जोरावर वेई? जणी अनंत आत्माऊँ खुद ने निरदोस बली का रूप में हमेस्या वाते परमेसर के चड़ा दिदो। वींके अस्यान करबाऊँ अन वींके लुईऊँ आपाँने मोत का आड़ीऊँ लेन जाबावाळा करमाऊँ आपणाँ मन सुद कर करी, ताँके आपाँ जीवता परमेसर की सेवा कर सका।
ईं वाते मसी एक नुवा करार को बिचोलिया हे, ताँके जीं बुलाया ग्या हे, वीं अनंत उतरादिकार पा सके, जिंको वादो परमेसर किदो हो। अबे देको, जी पेला करार का जस्यान जणा पापाँ किदो हो, वाँने पापाऊँ छुड़ाबा की वाते मरन किमत चुकई अन वाँने आजाद किदा।
ईं वाते जद्याँ मूसे नेमा की हारी आग्या लोगाँ ने हुणई नाकी, तो वणी पाडा-पाडी अन बकरा को लुई पाणी में मलान लाल ऊन अन जुफा की डाळ्याऊँ वीं किताब पे अन हाराई लोगाँ पे छाँट दिदो।
वस्यान मसी भी एक दाणइस नरई का पापाँ ने छेटी करबा का वाते बलीदान व्यो हे। वो अबे पापाँ ने छेटी करबा का वाते ने, पण ज्यो वींकी वाट नाळरिया हे वाँका छूटकारा का वाते दूजी दाण परगट वेई।
पण मयने का ओवरा में मायाजक साल में एक दाण जातो हो। वो बना वीं लुई के कदी ने जातो हो, जिंने वो खुद अन आपणाँ मनकाँ का अणजाण में किदा ग्या पापाँ का वाते परमेसर के भेंट चड़ातो हो।
वीं एक नुवो गीत गाबा लागा हा के, “थाँ ईं किताब ने अन ईंपे लागी तकी मोराँ ने खोलबा जोगो हो, काँके थाँ बली चड़न थाँका लुईऊँ हाराई कुल का मनकाँ ने, हारी बोली बोलबावाळा ने, हारी जात्या का मनकाँ ने परमेसर वाते मोल लिदो हे।