8 अन जटा तईं याजक की बात हे तो, दसवो भाग भेळो करबावाळा याजक मनकाँ का जस्यानीस हे जीं मरे हे। पण मलिकिसिदक का बारा में सास्तर केवे हे के, वो अबाणू भी जीवतो हे।
अन थोड़ीक टेम रेग्यो हे पछे ईं दनियाँ में कुई मने ने देकी पण थाँ मने देको। काँके मूँ जीवूँ हूँ अन थाँ भी जीवो।
ईसू वींने क्यो, “हाँच, जीवन अन गेलो मूँईस हूँ। मारा बना कुई परमेसर का नके ने जा सकी।
वीं कूण हा जणा हुण्यो अन बगावत किदी, कई वी वेईस ने हा, ज्याँने मूसे मिसरऊँ बंचान बारणे काड़्या हा।
वो दूँजी जगाँ भी वीं केवे हे, “थूँ मलिकिसिदक के रिती का जस्यान हमेस्यान का वाते याजक हे।”
जटे ईसू आपणाँ आड़ीऊँ आपाऊँ पेली पोछ्याँ हे। वीं मलिकिसिदक की रिती के जस्यान हमेस्यान का वाते मायाजक बणग्या।
अस्या तो नरई याजक बण्या हा, जणा ने मोत आपणाँ पद पे ने बण्या तका रेवा दिदा।
ईंमें कई सक ने के, मोटो फोरा ने आसिरवाद देवे हे।
ईं वाते आपाँ अस्यान भी के सका हा के, जीं लेवी दसवो भाग लेवे हे, वीं आपणाँ बड़ाबा अबराम का जरिये दसवो हिस्यो मलिकिसिदक ने दिदो हो।
जस्यान मनकाँ का वाते एक दाण मरणो अन वींका केड़े न्याव वेणो पको हे।
मूँ वोईस हूँ, जिंका नके जीवन हे। पेल्याँ मूँ मरग्यो हो, पण अबे देक, मूँ जुग-जुग वाते जीवतो हूँ। मोत अन पाताळ की चाब्याँ मारा नके हे।