ईंपे लोग-बाग क्यो, “माँ सास्तर की या बात हूणी हे के, मसी हमेस्या का वाते जीवतो रेई, पछे थूँ का केवे हे के, मनक का पूत ने ऊसो उटायो जाणो जरूरी हे? यो मनक को पूत कूण हे?”
काँके मूसा का नेम तो कमजोर मनकाँ ने मायाजक बणावे हे, पण वीं होगन जीं मूसा का नेमा के केड़े खादा ग्या हा, वणा बेटा ने मायाजक बणायो, ज्यो हमेस्या हमेस्या का वाते सिद बणग्यो।