अन वीं बजारऊँ आन जतरे हापड़ ने लेता, वतरे वीं खाणो ने खाता हा। अस्यानीस नरी ओर भी अस्यी रीतियाँ ही, जिंको पालण करता हा, जस्यान के लोट्या, कळस अन ताँबा का ठामड़ा ने माँजणा अन धोणा।
तद्याँ इपिकुरी अन स्तोकी का थोड़ाक अकलमन्द मनक वींकाऊँ आपणी बात-बच्यार किदी अन क्यो, “ओ बेण्डो कई केणो छारियो हे”। पण दूजाँ क्यो “ओ दूजाँ देवी-देवताँ का बारा में बतावे हे”। वे अस्यान ईं वाते केरिया हा, काँके वो ईसू का बारा में अन वींके पाछो जीवतो वेबा को हव हमच्यार हुणारियो हो।
पतरस वाँने क्यो, “मन ने बदलो अन आपणाँ पापाँ की मापी के वाते थें हारई ईसू मसी का नामऊँ बतिस्मो लेवो। परमेसर थाँने पापाऊँ मापी देई अन थाँने पुवितर आत्मा को दान मल जाई।
तद्याँ पोलुस ओ हमजो के एक समू सदुकियाँ को अन दूजो फरीसियाँ को हे, तो सबा में जोरऊँ क्यो, “हो भायाँ, मूँ फरीसी हूँ अन फरीसी की ओलाद हूँ। मरिया केड़े पाछो जीवतो वेबा की बात पे मूँ विस्वास करूँ हूँ ईं वाते मारा पे मुकदमो चलायो जारियो हे।”
जद्याँ वो परमेसर का हामे सई ठेराबावाळी, सबर अन आगे लोगाँ पे आबावाळा न्याव का बारा में केरियो हो, तो फेलिक्स दरपतो तको जवाब दिदो, “अबाणू तो थूँ जा, मोको मली तो मूँ थने पाछो बलाऊँ।”
वे वाँ दुई जणाऊँ ईं बात पे रिस्याँ बळरिया हा के, पतरस अन यहुन्नो ईसू के मरिया केड़े पाछो जीवतो वेबा को परच्यार करन मरिया तका को पाछो जीवतो वेबा ने साबत कररिया हा।
अन मसी का हाते बतिस्मा में आपीं भी गाड़या ग्या अन परमेसर की तागत पे विस्वास करबा की वजेऊँ आपाँ भी मसी का हाते जिवाया ग्या हा, जणी तागत ईसू मसी ने मरिया तकाँ मेंऊँ पाच्छा जीवता किदा हा।
पण आज जा धरती अन आकास आपाँ देकाँ हा, वींके आग्या का वजेऊँ वादीऊँ नास वेबा वाते ठमी तकी हे। ईंने वीं टेम का वाते ठाम मेली हे, जद्याँ तईं पापी मनकाँ को न्याव ने जावे अन वाँको नास ने कर दिदो जावे।