अबे देको, आपीं ज्यो विस्वासी हा, वीं रईम्बावाळी जगाँ में जा सक्या हा। जस्यान के परमेसर भी क्यो हो, “में गुस्सा में अणीऊँइस होगन खान क्यो हो के, ‘वीं कदी भी मारी रईम्बावाळी जगाँ में ने जा सकी।’” जद्याँ के, दनियाँ की रचना के टेमऊँइस वींको काम पूरो वेग्यो हो।
एक टेम ही, जद्याँ थाँ वाँकी परजा ने हा, पण अबाणू थाँ परमेसर की परजा हो। एक टेम ही जद्याँ थाँका पे परमेसर दया ने किदी ही, पण अबाणू वीं थाँका पे दया करे हे।
जद्याँ मूँ अस्यान बोलरियो हो के, तद्याँ हरगऊँ आ अवाज हुणई, “ईंने लिकी ले। ज्यो परबू की सेवा करता करता मरे हे वीं धन्न हे।” आत्मा केवे हे के, “वीं आपणाँ कामाँऊँ आराम पाई, अन वाँका काम वाँके हाते हे।”