पण परमेसर का घराणा में मसी तो एक बेटा का रूप में विस्वास करबा के जोगो हे, अन यद्याँ आपाँ हिम्मत राका अन वीं आस पे विस्वास बण्यो तको राका हा, तो आपींइस वींको घराणो हा।
करार की पेटी का ऊपरे परमेसर की मेमामय हाजरी का वाते करूब नाम का हरग-दुताँ की मूरत्याँ बणी तकी ही, जी मापी की जगाँ पे छाया कररिया हा। पण ईं टेम में माँ अणा बाताँ की हेली चरचा ने कर सका हाँ।
एक टेम ही, जद्याँ थाँ वाँकी परजा ने हा, पण अबाणू थाँ परमेसर की परजा हो। एक टेम ही जद्याँ थाँका पे परमेसर दया ने किदी ही, पण अबाणू वीं थाँका पे दया करे हे।