ईसू गुस्सा में हा जद्याँ वणा च्यारूँमेर वाँने देक्या, पण वीं वाँकी बुरई अन हठ ने देकन घणा दकी व्या। पछे वीं मनकऊँ क्यो, “थारो हात लाम्बो कर।” वणी हात लाम्बो किदो अन वींको हात हव वेग्यो।
वणा मनकाँ परमेसर का ग्यान ने ओळकणो किमती ने हमज्या, ईं वाते परमेसर भी वाँने वाँकी फालतू मरजी का जस्यान छोड़ दिदा। अन वीं हूँगला काम करबा लागग्या, ज्याँने करणा सई ने हे।
कुई अस्यान भी के सके हे के, यद्याँ मारा जूट की वजेऊँ परमेसर को हाँच हेलो वे जावे हे अन अणीऊँ वींकी मेमा हेली परगट वेवे हे, तो पछे पापी मनक का जस्यान मूँ दण्ड के जोगो ने मान्यो जाऊँ।