अस्यानीस परमेसर अबराम अन वींका पिड़ीऊँ वादो किदो, परमेसर अस्यान ने क्यो के, मूँ थाँरा पिड़ियाँऊँ वादो करूँ हूँ, ईंको मतलब तो घणा का वाते वेवे हे, पण वो वादो पीड़ी का वाते किदो अन यो वादो एक मनक ने बतावे हे ज्यो ईसू मसी हे।
आपणाँ देह का बापू थोड़ीक देर का वाते जस्यान वाँने बड़िया लागो, आपाँने तापड़्या। पण परमेसर तो आपाँने आपणी भलई का वाते तापड़्या हे, जणीऊँ आपीं वाँकी धारमिकता में भेळा वे जावा।
ईं वाते वींने हरेक बात में मनकाँ का जस्यानीस बणायो ग्यो हो, जणीऊँ वो परमेसर की सेवा करबा का वाते दया करबावाळो अन विस्वास जोगो मायाजक बणे। ताँके मनकाँ का पापाँ का मापी वाते बली हो सके।