13 अन वणी यो भी क्यो, “मूँ वींको विस्वास करूँ।” अन वीं ओरी केवे हे के, “मूँ अटे हूँ, अन वीं ओलाद जाँने परमेसर मने दिदी हे, वीं मारा हाते हे।”
अणी परमेसर पे विस्वास राक्यो हे यद्याँ वो ईंने छावे हे, तो अबे ईंने बंचा ले, काँके अणी क्यो हो के, ‘मूँ परमेसर को पूत हूँ।’ ”
मारा परमेसर, जणी वाँने मने हुप्याँ हे, वो हाराऊँ मोटो हे अन कुई वाँने परमेसर का हाताऊँ कोस ने सकी।
काँके यद्याँ मसी में थाँने हिकाबावाळा दस हजार भी वे, तद्याँ भी थाँका बापू नरई ने हे। काँके हव हमच्यार हुणाबाऊँ अन ईसू मसी में मूँ थाँको बापू बण्यो हूँ।