12 अन वो केवे हे के, “मूँ थाँका नाम को हेलो आपणाँ भायाँ में पाड़ू, सबा का बंच में थाँकी मेमा गाऊँ।”
ईसू वाँने क्यो, “में हाराऊँ खुलन बाताँ किदी। में परातना घर अन मन्दर में, जटे हारई मनक भेळा व्या करता हा। वटे हरदाण हिक दिदी अन छाने कई भी ने क्यो।
अन पाठव्या की आणन्द की सबा में मतलब जणा विस्वास्याँ का नाम हरग में लिक मेल्या हे अन हाराई को न्याव करबावाळा परमेसर का नके अन सिद बण्या तका धरमिया की आत्मा का नके,