12 अणीस वाते ईसू भी लोगाँ ने आपणाँ खुद का लुईऊँ पुवितर करबा का वाते नगर का बारणे दुक जेल्यो हे।
वीं ऊबा वेग्या अन ईसू ने नगरऊँ बारणे काड़ दिदा अन जणी मंगरी ऊपरे वाँका नगर बस्यो तको हो, वींने वींपे लेग्या के, वींने मंगरी का ठेट ऊपरेऊँ रेटे नाक दा।
मूँ वाँका वाते खुद ने पुवितर करन थाँरी सेवा करबा का वाते देवूँ हूँ। जणीऊँ वीं भी हाँचऊँ पुवितर वेन थाँरी सेवा का वाते खुद ने दिदे।
अन वणा सपायाँ मेंऊँ एक जणे वाँकी पाळी में भालो घुसा दिदो अन जणीऊँ तरत लुई अन पाणी निकळ्यो।
वे वींने धक्का-मुक्की देता तका नगरऊँ बारणे लाया अन वींपे भाटा फेंकबा लागा। वीं दाण गवायाँ आपणाँ जब्बो उतारन साउल नाम का मनक के पगाँ में मेल दिदा।
अन थाँकामूँ करता तो अस्याईस हा, पण थाँ परबू ईसू मसी का नामऊँ अन आपणाँ परमेसर की आत्माऊँ धोया ग्या हो अन पुवितर वेन परमेसर का हामे सई ठेरिया हो।
ईं वाते परमेसर की वीं मरजीऊँ ईसू मसी की देह के एकीस दाण बलीऊँ आपाँ पुवितर किदा ग्या हाँ।
थाँ होचो के, वो मनक कतरो दण्ड भोगी, जणी आपणाँ पगा का रेटे परमेसर का बेटा ने गूँन्दयो हे, अन वो वणी करार का पुवितर लुई जणीऊँ वो पुवितर किदो हो वो वींने एक अपुवितर मान्यो हे अन वणी दया करबावाळी आत्मा को भी अपमान किदो हे।
काँके पुवितर करबावाळो ईसू अन पुवितर वेबावाळा मनक हे, वीं हाराई एकीस परवार का हे। ईं वाते ईसू वाँने आपणाँ भई केता तका हरमा ने मरे हे।
जणीऊँ वणा अंगूर ने नगर का बारणे गुद्या ग्या, अन रस कुण्ड मयनेऊँ अतरो लुई निकळग्यो के, वो घोड़ा की लगाम तईं पोंछग्यो अन हो कोस तईं फेलग्यो।