23 अन पाठव्या की आणन्द की सबा में मतलब जणा विस्वास्याँ का नाम हरग में लिक मेल्या हे अन हाराई को न्याव करबावाळा परमेसर का नके अन सिद बण्या तका धरमिया की आत्मा का नके,
ईं वाते थाँ आपणो अन आपणी हाराई गारा को ध्यान राको जिंने पुवितर आत्मा थाँका हात में हुप्याँ हे के, थाँ परमेसर की मण्डली की रुकाळी करो, ज्याँने परमेसर आपणाँ बेटा का लुईऊँ मोल लिदी हे।
अबे तो आपाँने धूँदळा काँस में धूँदळो-धूँदळो दिके हे, पण वीं टेम आपाँ आमे-हामे देकाँ। ईं टेम मारो ग्यान पूरो ने हे पण वीं टेम पूरो वे जाई, जस्यान मूँ परमेसरऊँ ओळक्यो जाऊँ।
अन जद्याँ आ नास वेबावाळी देह बना नास की जोळी ने पेर लेई अन आ मरबावाळी देह ने मरबावाळी देह की जोळी पेर लेई जदी सास्तर में लिक्यो तको ओ बचन पूरो वेई के, “जीत मोत ने निगळगी हे”,
हे हाँचा हण्डाळ्याँ, मूँ थाँराऊँ भी अरज करूँ हूँ के, थूँ वीं लुगायाँ की मदत कर, काँके वणा मारा हाते हव हमच्यार हुणाबा का काम में, क्लेमेंस अन मारा दूजाँ काम करबावाळा का हाते मेनत किदी, ज्याँको नाम जीवन की पोती में लिक्यो तको हे।
विस्वास करबा की वजेऊँ हाबिल केनऊँ हव भेंट परमेसर के चड़ई ही। विस्वास करबा की वजेऊँ परमेसर वींकी भेंट ने मान लिदी अन वणीऊँ वींने एक धरमी मनक का रूप में मान मल्यो। वींके मरबा का केड़े आज आपाँ वणीऊँ हिका हा।
जद्याँ वाँकी बेजती किदी गी, तो भी वणा किंकीई बेजती ने किदी। जद्याँ वीं दुक जेलरिया हा, तो भी वणा किंने भी धमकी ने दिदी, पण वणा आपणाँ खुद ने हाँचा न्याव करबावाळा परमेसर ने हूँप दिदा।
जणा मनकाँ को नाम वीं उन्याँ की जीवन की किताब में ने लिक्यो तको हो, वीं हाराई वी डरावणा जनावर के धोक लागी। अन यो उन्यो ज्यो ईं दनियाँ की सरुआतऊँ बली वेबा का वाते ते किदो ग्यो हो।
ईं मनक कूँवारा हा अन ने ईं कणी लुगई का हाते कदी हूँता। अन जटे वीं उन्यो जातो ईं वींके हाते वे जाता। ईं परमेसर का वीं पेला फळ हे, ज्याँने मोल देन छुड़ाया ग्या हा।
वाँ हाराई ने धोळा चोळो पेरायो ग्यो हो अन वाँने क्यो ग्यो हो के, “थोड़ीक टेम ओरी वाट नाळो, जद्याँ तईं थाँकी हण्डाळ्याँ की गणती पुरी ने करी जावे, ज्याँने थाँकी जस्यान मारिया जाई।”