12 ईं वाते ढिला हाताँ अन दुबळा गोडा ने ताकड़े करो।
हो भायाँ-बेना, माँ थाँने हमजावा हाँ के, जी आळकातक हे वाँने हमजावो, दरपे वाँकी हिम्मत बड़ावो, कमजोरा ने हमाळो अन हाराई का हाते नरमाई राको।
ईं वाते वींका आड़ी चेतो देता रो, काँके वणी वींका खिलाप में किदा ग्यो, पाप्याँ को विरोद ने ईं वाते सेण किदो, ताँके आपीं चन्ता ने कराँ अन थाकन हिम्मत ने छोड़ा।
अन थाँ वीं हिम्मत बन्दाबावाळा बचन भूलग्या हो ज्यो थाँने बेटा मानन क्यो हो के, “हे मारा बेटा, परबू को तापड़णो हलको मती जाण, वींकी फटकारऊँ हतास मती वेज्ये,