ईं वाते देको, मूँ थाँका नके परमेसर का आड़ीऊँ बोलबावाळा अन अकलमन्द अन गरुवा ने खन्दाऊँ हूँ अन वणा मूँ करता ने तो मार नाको अन हूळी चड़ावो, अन किंने आपणाँ परातना घर में कोड़ा मारो अन एक नगरऊँ दूजाँ नगर दोड़ता फरो हो।
अन ईं हव हमच्यार ने परच्यार करबा की वजेऊँ मूँ दुक जेलरियो हूँ अन एक गुनेगार के, जस्यान हाँकळा में बन्दयो तको हूँ, पण परमेसर का बचना पे कुई बन्धन कोयने हे।
थाँ केदी मनकाँ का दुक में भी दकी व्या हा। थाँ ओ जाणता हा के, थाँका नके अस्यान की दोलत हे ज्यो हव अन कदी नास ने वेई। ईं वाते थाँ थाँकी दोलत ने भी राजी वेन जब्त वेबा दिदी।
जो दुक थने जेलणो हे वणीऊँ मती दरप, काँके सेतान थाँका मेंऊँ घणा ने परकबा का वाते जेल में नाक देई। थने वटे दस दनाँ तईं दुक जेलणो पड़ी, पण थूँ हाँचो रेज्ये पलई थाँरी मोत ईं कानी वे जावे। तो मूँ थने जुग-जुग का जीवन को मुकट देऊँ।