“हो लोगाँ, थाँ ओ कई कररिया हो। माँ भी थाँके जस्यानीस मनक हाँ, अन थाँने हव हमच्यार हुणाबा आया, ताँके थाँ अणा फोगट की चिजाँऊँ छेटी वेन जीवता परमेसर के आड़ी आवो, जणी हरग, धरती, समन्द अन जो कई अणामें हे वणीस बणाया हे।
सास्तर बतावे हे के, “में थने घणी जात को बापू बणायो हे।” वीं परमेसर की नजरा में अबराम आपणाँ बापू हे, जणी परमेसर पे विस्वास हे। परमेसर मरिया तका ने जीवन देवे हे अन ज्यो ने हे, वींने हामे लावे हे।