ज्यो कई दुक दिके हे वींने आपणी आक्याँ ने देके हे, पण वाँ चिजाँ दिके कोनी, वीं देके हे। काँके ज्यो चिजाँ दिके हे, वाँको नास वे जाई, पण ज्यो ने देके, वीं अमर रेई।
ईं हाराई मनक विस्वास करता कतराई मरग्या अन ज्यो चीज वाँने देबा को वादो किदो ग्यो हो, वाँ वाँने कोनी मली। पण वीं वाँने छेटीऊँ देकी अन वाँकी आवभगत किदी अन वीं ओ भी मानता हा के, वीं ईं धरती में बारवासी अन अणजाण हे।
पण वीं तो बड़िया नगर में जाबा की मरजी राके हे, ज्यो हरग हे। ईं वाते वीं परमेसर ने आपणाँ परमेसर केबाऊँ हरम कोनी करे, काँके वणी वाँका वाते एक नगर त्यार करन मेल्यो हे।