7 तद्याँ में क्यो के, ‘किताब में मारा वाते जस्यान लिक्यो हे वस्यान, मूँ अटे हूँ। अन हो परमेसर, थाँकी मरजी ने पुरी करबा ने आया हूँ।’”
ईसू वाँने क्यो, “मारो खाणो ओ हे के, मूँ मने खन्दाबावाळा की मरजी पे चालूँ अन वींको काम पूरो करूँ, ज्यो वणी मने हुप्यो हे।
“मूँ आपणाँ खुद का हकऊँ कई भी ने कर सकूँ हूँ, ज्यो परमेसरऊँ हूणूँ हूँ, वींके जस्यानीस न्याव करूँ हूँ। अन मारो न्याव हाँचो हे, काँके मूँ मारी मरजी ने कोयने, पण मारा खन्दाबावाळा की मरजी ने पुरी करूँ हूँ।
काँके मूँ आपणी मरजी ने, पण वींकी मरजी ने पुरी करबा ने आयो हूँ, जणी मने हरगऊँ खन्दायो हे।