3 पण ईं चड़ावा हर साल वाँने वाँका पाप आद करातो हो।
काँके यो मारो वो लुई हे, ज्यो एक नुवो वादो हे, ज्यो नरई के पाप की मापी का वाते वेवाड़्यो जावे हे।
तद्याँ वाँका चेला ने आ बात फटाकऊँ आद अई के, सास्तर में लिक्यो हे, “थाँका घर का वाते मारो परेम मने खारियो हे।”
पण मयने का ओवरा में मायाजक साल में एक दाण जातो हो। वो बना वीं लुई के कदी ने जातो हो, जिंने वो खुद अन आपणाँ मनकाँ का अणजाण में किदा ग्या पापाँ का वाते परमेसर के भेंट चड़ातो हो।