7 अन हरग-दुताँ का बारा में वीं अस्यान केवे हे के, “वीं आपणाँ हरग-दुताँ ने आत्मा अन आपणाँ दासा ने हगलती तकी वादी बणावे हे।”
तो पछे हरग-दुत कई हे? कई वीं हाराई हरग-दुत छुटकारो पाबावाळा मनकाँ की सेवा करबा का वाते खन्दई तकी आत्मा ने हे?