6 अन पछे जदी परमेसर आपणी एकलोती ओलाद ने दनियाँ में खन्दावे तो वीं केवे हे के, “परमेसर का हाराई हरग-दुत वींकी भगती करे।”
अन हरग राज को ओ हव हमच्यार हारई दनियाँ का हारी जात्या का वाते गवई का रूप में परच्यार किदो जई, तद्याँ अंत आ जई।
अन बचन देह रूप धारण लिदो अन दया अन हाँचऊँ भरियो-पुरयो वेन आपणाँ बचमें वास किदो। आपाँ वींकी अस्यी मेमा देकी, या बापू परमेसर का एकाएक बेटा की मेमा ही।
परमेसर का कदी कणी दरसण ने किदा, बेस एकाएक बेटो ज्यो खुद परमेसर हे अन वाँका खोळा में हे, वणी वाँने आपणाँ पे परगट किदा।
काँके परमेसर जगतऊँ अस्यान परेम किदो, वणा आपणाँ एकाएक पूत ने दे दिदो, ताँके ज्यो कुई वींपे विस्वास करे, वी नास ने वेई, पण अनंत जीवन पाई।
जिंने वणा पेल्याईं चुण्या, वाँने वणी आपणो बेटा का जस्या बणाबा का वाते ते किदो, जणीऊँ नरई भायाँ मेंऊँ वो पेली पतो का बणे।
दिकबावाळा ईसू, ने दिकाबावाळा परमेसर का रूप हे। वो हारी चिजाँ में पेलो हे अन हारी दनियाऊँ घणो मोटो हे।
वोईस आपणी देह को, मतलब मण्डली को मातो हे। वोईस सरुआत हे अन वोईस पेलो हे ज्यो मरयाँ तका मूँ पाछो जी उट्यो हो। ताँके हारी बाताँ में वींनेईस पेली जगाँ मले।
काँके परमेसर हरग-दुताँ मेंऊँ किंने भी कदी अस्यान ने क्यो के, “थूँ मारो बेटो हे, आज मूँ थाँरो बाप बण्यो हूँ।” अन ने कदी वणी कस्या हरग-दुतऊँ यो क्यो के, “मूँ वींको बापू वेऊँ, अन वो मारो बेटो वेई।”
ईं वाते जद्याँ मसी ईं दनियाँ में आया हा तद्याँ वणा क्यो हो के, “थें बली अन चडावो कोयने छायो। पण थें तो मारा वाते एक देह ने त्यार किदी हे।
वो हरग में परमेसर का जीमणा पाल्डे बेट्यो तको हे, अन अबाणू हरग-दुत, अदिकारी अन हारी सगत्याँ वींके बंस में कर दिदी गी हे।
परमेसर आपणाँ एकाएक बेटा ने अणी दनियाँ में खन्दान अणी परेम ने परगट किदो, जणीऊँ आपाँ वींका बेटाऊँ अनंत जीवन पा सका।