12 अन थूँ वाँने चादरा के जस्यान लपेटी, अन वी गाबा के जस्यान बदल जाई, पण थूँ जस्यो हे, वोईस हमेस्यान रेई, अन थाँरा जीवन को अन्त कदी ने वेई।”
ईसू वाँकाऊँ क्यो, “मूँ थाँकाऊँ हाचेई केऊँ हूँ के, अबराम का जनम लेबा के, पेल्याँऊँ मूँ मोजुद हूँ।”
ईसू मसी काले आज अन हमेस्यान एक जस्यान रेई।
काँके हाराई दान वरदान अन हव ईनाम उपरेऊँईस मले हे अन ईं उजिता का परमेसरइस देवे हे जणी हरग ने बणाया हे, ज्यो कदी बदल कोयने, अन वींमें बदलती दसा का वजेऊँ आबावाळी काळी छाया भी कोयने हे।