8 काँके ज्यो आपणाँ सरीर की बुरी मरजी के वाते वाँई, वो सरीर के वाते आपणाँ नास की हाँक काटी, अन ज्यो पुवितर आत्मा के वाते वाँई, वो आत्मा के वाते अनंतकाल का जीवन की हाँक काटी।
वीं खाणा वाते मेनत मती करो, ज्यो वासी जावे हे। पण वीं खाणा का वाते मेनत करो, ज्यो अनंत जीवन का वाते हे। अन यो खाणो मनक को पूत थाँने देई, काँके परमेसर वींने यो अदिकार दिदो हे।”
थाँका देह का अंग ने अधरम का सादन वेबा वाते पाप का हाताँ में मती दिज्यो, पण मरिया तका मेंऊँ जी उटबावाळा के जस्यान परमेसर का हाताँ में दिज्यो। अन थाँकी देह का अंगा ने धारमिकता का सादन वेबा वाते परमेसर ने हूँप दो।
पण ईं मनक जनावर के जस्यान हे, ज्याको जनम ईं वाते व्यो हे के, वीं पकड़्या जावे अन मारिया जावे। ईं मनक जीं बाताँ का बारा में जाणेई कोयने वाँके बारा में दूजाँ ने भलो-बुरो केवे हे। ईं वाते जस्यान जनावर मारिया जावे हे वस्यानीस ईं मनक भी मारिया जाई।