9 ध्यान राकज्यो, “थोड़ोक खमीर गुद्या तका आटा में नाकबाऊँ हाराई आटा ने फूलाँ देवे हे।”
ईसू वाँने एक ओरी केणी क्यो, “हरग को राज खमीर का जस्यान हे जिंने कुई लुगई थोड़ोक लेन तीन पसेरी आटा में मला देवे अन देकताई-देकता वणी हाराई आटा ने खमीर फुजई देवे हे।”
“अरे हाँप अन हापाँ का छोरा-छोरी, थाँ कस्यान होचो हो के, थाँ नरक की सजाऊँ बंच जावो?
ईसू वाँने चेतावणी देन क्यो, “फरीसियाँ अन हेरोदेस का हाज्याऊँ बंचन रिज्यो।”
पसे जद्याँ हजारो मनक भेळा वेग्या हा अन अटा तईं के, मनक एक-दूँजा के ऊपरे पड़रिया हा, तद्याँ ईसू आपणाँ चेलाऊँ क्यो के, “फरीसियाँ का कपट रूपी हाज्याऊँ बंचन रेवो।
वो खमीर का जस्यान हे, जिंने एक लुगई तीन पसेरी आटा में मलायो अन देकता देकता वो आटो खमीरऊँ फुलग्यो।”
धोको मती खाज्यो, “काँके बुरी संगती हव आदत ने भी बगाड़ देवे हे।”
अस्यी बाताँ खुला घाव का जस्यान फेले हे, हुमिनयुस अन फिलेतुस अस्याईस हाँ।