4 जीं मूसा का नेमा को पालण करन धरमी बणणा छारिया हे, वीं मसीऊँ छेटी वेग्या हे अन परमेसर की दयाऊँ बारणे हे।
यद्याँ ओ परमेसर की करपा को नतीजो हे, तो ओ मनकाँ का करमा को नतीजो ने हे। ने तो करपा ने केवाती।
काँके नेमा का कामाँऊँ कुई भी मनक परमेसर का हामे धरमी ने बण सके हे। काँके नेमाऊँ तो पाप की ओळकाण वेवे हे।
मूँ परमेसर का अनुगरे ने बेकार ने जाणूँ हूँ, काँके यद्याँ मनक मूसा का नेमाऊँ धरमी वेता, तो ईसू मसी को मरणो बेकार वेतो।
देको, मूँ पोलुस खुद थाँकाऊँ केवूँ हूँ के, यद्याँ अबे थाँ विस्वास करिया केड़े खतनो करावो तो, थाँको मसी ने मानणो बेकार हे।
ध्यान देता रेवो, अस्यान ने वे, कुई परमेसर की करपाऊँ छुट जावे। कन अस्यी कई फुट पड़ जावे, ज्या दुक देवे, अन वणीऊँ नरई मनक असुद बण जावे।
ईं वाते जद्याँ वींके रईम्बावाळी जगाँ में आबा को वादो अबाणू तईं हे, तो आपाँने ध्यानऊँ रेणो छावे, अस्यान ने वे के, थाँकामूँ कुई भी वणीऊँ चूक जावे।
ईं वाते होस में आ अन ओ होच के, थूँ कटेऊँ पड़्यो, थूँ आपणो मन बदल अन पेल्याँ का जस्यान काम कर अन जद्याँ थूँ अस्यान ने करी, तो मूँ थाँरा नके आन थाँरा दिवा ने वींकी जगाँऊँ छेटी कर देऊँ।