अबे मारी थाँकाऊँ परातना हे के, जद्याँ मूँ थाँका नके अऊँ, तद्याँ मने वणा मनकाँ का विरोद में कल्ड़ो वेवार करबा की जरूत ने पड़ी जीं अस्यान होचे हे के, माँ दनियाँ को जीवन जीवाँ हाँ।
ईं वाते थाँकाऊँ छेटी रेतो तका भी मूँ ईं बाताँ थाँका वाते लिकरियो हूँ जणीऊँ की जद्याँ मूँ थाँका नके आऊँ तो मने परबू का दिदा तका हक ने कल्डा रूप में काम ने लेणो पड़े। यो हक थाँने नाकबा का वाते ने हे, पण थाँने बणाबा का वाते हे।
अबे आगेऊँ आपाँ कणी भी मनक को ईं दनियाँ की रीत जस्यान न्याव ने कराँ। जद्याँ एक टेम आपाँ मसी को भी दनियाँ की रीत के जस्यानीस न्याव किदो हो, पण अबे कई भी वे आपाँ वींने अस्यान ने देकाँ।
वाँका हाते माँ माकाँ एक ओरी भई ने खन्दारिया हाँ, जिंने माँ घणी बाताँ में अन घणी दाण भलई करबा का वाते त्यार देक्यो हे अन अबे वींने थाँका पे घणो विस्वास हे, जणीऊँ वींने थाँकी मदत करबा की मरजी घणी हेली वेगी हे।
पछे ज्यो मनक कई हमज्या जाता हाँ, वाँकाऊँ मने कई ने मल्यो। वीं मनक कस्या भी हे, मने वाँकाऊँ कई लेणो-देणो कोयने, काँके परमेसर किंको भेद-भाव ने करे हे, वीं मान्याँ तका मनक मारा में कन मारे हुणाया ग्या हव हमच्यार में कई कमी ने निकाळ सक्या।
हे बना अकल का गलातिया का मनकाँ, थाँने कणी भेंम में नाक दिदा हे। में पुरो-पुरो बखाण अस्यान किदो हो के, मानो थाँकी आक्याँ का हामेईस तो ईसू मसी ने हूळी पे चड़ाया ग्या वे।
कागद ने खतम करतो तको मूँ थाँकाऊँ हाता-जोड़ी करूँ हूँ के, अबे मने ओरी दुक देवो मती, काँके मूँ तो पेल्याऊँ आपणी देह में ईसू मसी का घावा ने लेन गुमीरू हूँ।
परबू में माँने थाँका वाते पाको विस्वास हे अन थाँका बारा में माँने कई चन्ता ने हे के, जस्यान माँ थाँने करबा वाते क्यो हो थाँ वस्यानीस कररिया हो अन करता रेवो।