22 वाँमें ओ लिक्यो तको हे के, अबराम के दो बेटा व्या, एक तो दासीऊँ अन दूज्यो वींकी घरकीऊँ ज्याँ गुलामी में ने ही।
पण ज्यो दासीऊँ पेदा व्यो, वो देह का रिति-रिवाजऊँ व्यो अन ज्यो वींकी घरकीऊँ व्यो, वो परमेसर का अबरामऊँ किदा तका वादा को फळ हो।
पण पुवितर सास्तर में लिक्यो तको हे के, “दासी अन वींका छोरा-छोरी ने बारणे काड़ दो, काँके दासी को बेटो, पनी तकी लुगई का बेटा का हाते हकदार ने वेई।”
ईं वाते ओ भायाँ, आपाँ भी दासी का ने पण पनी तकी लुगई का छोरा-छोरी हा। ज्याँ गुलामी में ने हे।