ईसू या बात पुवितर आत्मा का बारा में किदी ही, ज्या वींपे विस्वास करबावाळा ने मलबावाळी ही। अबाणू तईं या आत्मा किंने भी ने मली ही, काँके ईसू आलतरे आपणी मेमा उटाया ने ग्या हा।
ईसू परमेसर का जीमणा पाल्डे आपणो हंगळाऊँ ऊसी जगाँ बिराजो अन जस्यान परमेसर वादो किदो वस्यान पुवितर आत्मा पई। वाईस पुवितर आत्मा आपणाँ ने दे दिदी, जिंका बारा थाँ देकरिया अन हुणरिया हो।
अस्यानीस परमेसर अबराम अन वींका पिड़ीऊँ वादो किदो, परमेसर अस्यान ने क्यो के, मूँ थाँरा पिड़ियाँऊँ वादो करूँ हूँ, ईंको मतलब तो घणा का वाते वेवे हे, पण वो वादो पीड़ी का वाते किदो अन यो वादो एक मनक ने बतावे हे ज्यो ईसू मसी हे।
अन थाँ ज्यो परमेसर का बेटा-बेटी हो, ईं वाते परमेसर ने आपणाँ पूत की आत्माने थाँका हरदा में खन्दई, वाईस आत्मा “हो बापू, हो पीता” केन परमेसर ने हेलो पाड़े हे।
अबे जद्याँ थाँ हाँच ने मानता तका, हाँचा भईचारा का परेम ने बताबा का वाते आपणी आत्माने पुवितर कर लिदी हे, ईं वाते थाँ एक-दूँजा में पुवितर मनऊँ परेम करबा की मनसा बणालो।