1 हे बना अकल का गलातिया का मनकाँ, थाँने कणी भेंम में नाक दिदा हे। में पुरो-पुरो बखाण अस्यान किदो हो के, मानो थाँकी आक्याँ का हामेईस तो ईसू मसी ने हूळी पे चड़ाया ग्या वे।
मूँ ओ केवूँ हूँ काँके जूटा मसी अन जूटा मनक परमेसर का आड़ीऊँ बोलबा का वाते ऊबा वेई अन अस्या अस्या नरोगा हेन्याण बताई अन अचम्बावाळा काम केरी के, वीं चुण्या तका ने भी भटका देई।
अस्यान परमेसर का बचन दन-दूणा रात चोगुणा फेलतारिया अन यरूसलेम में चेला की मण्डली हेलीऊँ हेली वेबा लागी, अन याजकाँ का नरई लोग ईसू पे विस्वास करबा लागग्या।
अन माँ वणा ओजाराँऊँ लोगाँ का गुमानऊँ भरिया तका सवाला अन बाताँ ने ज्यो परमेसर का ग्यान का विरोद में वेवे हे, वाँने बंस में करन मसी की आग्या में लावाँ हाँ।
पण मने दरपणी लागे हे, काँके कदी अस्यान ने वेजा के, जस्यान धरती की पेली लुगई ज्या हवा ही, वींने हाँप आपणी चालऊँ भटका दिदी ही, वस्यानीस ईं थाँका मन भी मसी की भगतीऊँ अन पवितरताऊँ ज्यो आपाँने मसी का वाते राकणी छावे, वणीऊँ भटका ने दिदो जावे।
पछे जदी में देक्यो के, वीं हव हमच्यार का गेला पे ने चालरियो हे, तो में हाराई का हामे केफाऊँ क्यो, “जद्याँ थूँ यहूदी वेन ज्यो यहूदी ने हे वाँके जस्यान चालरियो हे अन थूँ यहूदी वेन हव हमच्यार का गेला पे ने चाले तो ज्यो यहूदी ने हे वाँने हव हमच्यार का गेला पे चालबा वाते काँ केवे हे?”
पण अबे तो थाँ परमेसर ने जाणग्या हो अन परमेसर थाँने ओळक लिदा हे, तो थाँ दनियाँ की कमजोर अन हूंगळी बाताँ का आड़ी पाच्छा काँ जावो हो? अन थाँ पाच्छा काँ वींका दास बणणा छारिया हो?
हो भायाँ, मनक अबाणू भी मारा पे लांछन लगावे हे के, मूँ खतनो करबा को परच्यार करूँ हूँ, तो मने अणी बात का वाते काँ हतायो जावे हे? अन यद्याँ मूँ अबाणू भी खतनो करबा को परच्यार करूँ हूँ, तो ईसू मसी का हूळी माँ मस अई मारा वाते हारी तकलिपाँ खतम वेणी छावती।
मूँ हाराई पुवितर मनकाँऊँ फोरो हूँ, पण मारा पे आ करपा वीं के, मूँ मसी का अनमोल धन ने ज्यो हमजऊँ बारणे हे वींका हव हमच्यार ने ज्यो यहूदी ने हे वाँ लोगाँ ने हूणाऊँ
विस्वास करबा की वजेऊँ अबराम ने जद्याँ बलायो ग्यो हो तो वो आग्या मानन अस्यी जगाँ का आड़ी चाल पड़्यो, जिंको वारिस बणबावाळो हो, जद्याँ के, वो जाणतो भी ने हो, तद्याँ भी वो वटे ग्यो हो।
अबे जद्याँ थाँ हाँच ने मानता तका, हाँचा भईचारा का परेम ने बताबा का वाते आपणी आत्माने पुवितर कर लिदी हे, ईं वाते थाँ एक-दूँजा में पुवितर मनऊँ परेम करबा की मनसा बणालो।
काँके वाँ टेम आबावाळी हे, जद्याँ पेल्याँ परमेसर का मनकाँ को न्याव किदो जाई अन न्याव की सरुवात आपणाँ ऊँइस वेई तो वाँको कई वेई ज्यो परमेसर का हव हमच्यार ने कोयने माने हे?
ईं मनक बेकार में मेपणा की बाताँ करन कुकरम की कामाँ के वजेऊँ वणा मनकाँ ने जीं अबे भटक्या तका मनक मेंऊँ निकाळणो छारियो हे वाँने देह की मनसा में फसा लेवे हे।
काँके वणा हाराई मनकाँ ने कुकरम का वासना को दाकरस पायो हे। अन ईं धरती का हाराई राजा वींके हाते कुकरम किदो। अन ईं धरती की हाराई लेण-देण करबावाळा, वींका भोगन विलास की वजेऊँ रिप्यावाळा वेग्या हा।”
पण मने थाँरा विरोद में ओ केणो हे, थूँ इजेबेल नाम की वीं लुगई ने थाँरा बचमें में रेवा देवे हे, वाँ खुद ने परमेसर का आड़ीऊँ बोलबावाळी बतावे। वाँ आपणी हिकऊँ मारा दासाँ ने कुकरम करबा अन मूरताँ पे चड़ायो तको चड़ावो खाबा वाते उकसावे हे।