जद्याँ थाँके खाबाऊँ कणी विस्वासी भई ने ठेस लागे हे, तो थाँ हाँची में परेम को वेवार ने कररिया हो। तो थाँ खाबाऊँ वींको नास मती करो, काँके वाँका वाते भी मसी आपणो जीव दिदो हो।
पण यद्याँ आपणाँ बुरा करम परमेसर की धारमिकताने सई तरियाऊँ परगट करे हे अन अणी बात पे परमेसर आपाँ पे गुस्सो करे हे तो आपाँ कई केवा के, वीं आपणाँ हाते अन्याव करे हे। यो तो मूँ मनक का रिती पे कूँ हूँ।
हो भायाँ, मनक अबाणू भी मारा पे लांछन लगावे हे के, मूँ खतनो करबा को परच्यार करूँ हूँ, तो मने अणी बात का वाते काँ हतायो जावे हे? अन यद्याँ मूँ अबाणू भी खतनो करबा को परच्यार करूँ हूँ, तो ईसू मसी का हूळी माँ मस अई मारा वाते हारी तकलिपाँ खतम वेणी छावती।