4 ओ बई-बापू, आपणाँ छोरा-छोरी ने रीस मती दो, पण परबू की हिक अन सई-गलत को फरक हमजाता तका वाँको पालण करो।
“ताँके थारो भलो वेई अन थूँ धरती पे नरई दन जीवतो रेई।”
ओ बई-बापू आपणाँ-आपणाँ छोरा-छोरी ने तंग मती करो के, वाँको मन टूट जावे।
मूँ थाँरा हाँचा विस्वास ने भी आद करूँ हूँ, अस्यान कोईस विस्वास थाँरी नानी लोइस अन थाँरी बई युनीके में हो, अन मूँ ईं बात वाते पाको हूँ के, वोईस विस्वास थाँरा में भी हे।
अन बाळकपणाऊँ थूँ तो पुवितर सास्तर ने जाणे हे ज्यो ईसू मसी में विस्वास का आड़ीऊँ थने मुगती पाबा का वाते अकल दे सके हे।