24 ज्यो आपणाँ परबू ईसू मसीऊँ अमर परेम राके हे, वणा हाराई पे परमेसर की करपा वेती रेवे।
ईसू वींने क्यो, “थूँ आपणाँ परबू परमेसरऊँ आपणाँ पूरा मन, पूरा जीव अन पुरी अकल का हाते परेम राक।
अन वाँने हारी बाताँ ज्यो में थाँने क्यो हो, वाँने मानबा हिकावो। आद राकज्यो, मूँ दनियाँ का अंत तईं हमेस्यान थाँका हाते हूँ।”
माँने अस्यी तागत देज्यो ताँके, माँ हारी तरिया की परक को सामनो कर सका, अन माने बुरईऊँ बचावो। काँके राज अन तागत अन मेमा हमेस्यान थाँकीस हे।’” आमीन।
थोड़ाक मनक ज्यो धीरजऊँ हमेस्यान भला काम करता आरिया हे अन मेमा, मान अन अनंत जीवन की खोज में हे वाँने परमेसर अनंत जीवन देई।
थाँका पे परबू ईसू की दया अन परमेसर बापू को परेम अन पुवितर आत्मा को छतर-छाया थाँका हाराई पे वेती रेवे।
काँके जस्यान देबा को मन वेवे हे वस्यानीस वींको दान गरेण किदो जावे हे। मारो केणो हे के, जतरोक वे वतरो दे दिज्यो वणीऊँ बड़न मती देज्यो।
आ बात में आग्या देन ने की, पण दूजाँ मनकाँ के खुला मनऊँ दान देबा की भावना का बारा में केन थाँका परेम का हाँच की परक करणो छारियो हूँ।
बापू परमेसर अन परबू ईसू मसी का आड़ीऊँ भायाँ ने सान्ती अन परेम, विस्वास का हाते मले।
ईसू मसी का दास पोलुस अन तिमुतियुस, फिलिपी नगर का हाराई मसी का गट-जोड़ में रेबावाळा परमेसर का पुवितर मनकाँ, मण्डली की देकरेक कराबावाळा अन काम में मदत करबावाळा ने ओ कागद लिकरिया हा।
मूँ ज्यो पोलुस खुद थाँने नमस्कार लिकरियो हूँ। मारी हतकड़ीया आद राकज्यो। परमेसर की दया थाँका पे वेती रेवे। आमीन।
परबू थाँरी आत्मा का हाते रेवे। थाँ हाराई पे परमेसर की करपा बणी तकी रेवे।
थूँ थाँरी हारी बाताँ में हव वेवार को नमुनो बण। थाँरी हिक का वाते खरो अन हूँस्यार रे।
मारा हण्डाळ्याँ का आड़ीऊँ थने नमस्कार लिकूँ हूँ। विस्वास में वेबाऊँ जीं भई आपणाँऊँ परेम राके हे, वाँने माँकी आड़ीऊँ नमस्कार केज्ये। परमेसर की दया थाँ हाराई पे बणी तकी रेवे।
परमेसर की दया थाँ हाराई का हाते बणी तकी रेवे।